बिहार बोर्ड इतिहास: यात्रियों के नज़रिए से भारत
नमस्ते छात्रों! बिहार बोर्ड की आगामी परीक्षाओं की तैयारी में आपकी मदद के लिए, हम आज इतिहास के एक महत्वपूर्ण अध्याय - 'यात्रियों के नज़रिए: समाज के बारे में उनकी समझ' - से कुछ बहुविकल्पीय प्रश्न (MCQs) लेकर आए हैं। ये प्रश्न अल-बिरूनी, इब्न बतूता और फ्रांस्वा बर्नियर जैसे प्रसिद्ध यात्रियों के भारत संबंधी वृत्तांतों पर आधारित हैं। इन प्रश्नों का अभ्यास करके आप अपनी तैयारी को और मजबूत कर सकते हैं।
ध्यान दें!
ये सभी प्रश्न दिए गए स्रोतों पर आधारित हैं और आपकी पाठ्यपुस्तक की समझ को परखने के लिए डिज़ाइन किए गए हैं। प्रत्येक प्रश्न के साथ सही उत्तर और स्पष्टीकरण भी दिया गया है ताकि आप अपनी गलतियों से सीख सकें।
यात्रियों के नज़रिए: महत्वपूर्ण बहुविकल्पीय प्रश्न (MCQs)
अल-बिरूनी का जन्म कब और कहाँ हुआ था?
सही उत्तर: (ब) 973 ईस्वी में ख्वारिज्म में
स्पष्टीकरण:
स्रोत के अनुसार, अल-बिरूनी का जन्म आधुनिक उज़्बेकिस्तान में स्थित ख्वारिज्म में सन 973 ईस्वी में हुआ था।
अल-बिरूनी कौन सी भाषाओं का ज्ञाता था?
सही उत्तर: (ब) सीरियाई, फारसी, हिब्रू तथा संस्कृत
स्पष्टीकरण:
स्रोत में बताया गया है कि अल-बिरूनी कई भाषाओं का ज्ञाता था, जिनमें सीरियाई, फारसी, हिब्रू तथा संस्कृत शामिल हैं।
अल-बिरूनी भारत के प्रति रुचि कहाँ विकसित हुई?
सही उत्तर: (स) गजनी में
स्पष्टीकरण:
स्रोत के अनुसार, गजनी में ही अल-बिरूनी की भारत के प्रति रुचि विकसित हुई।
अल-बिरूनी के अनुसार, भारत को समझने में उसके सामने आई बाधाओं में से एक कौन सी थी?
सही उत्तर: (ब) धार्मिक अवस्था और प्रथा में भिन्नता
स्पष्टीकरण:
स्रोत में अल-बिरूनी द्वारा बताई गई बाधाओं में से एक धार्मिक अवस्था और प्रथा में भिन्नता थी। भाषा और अभिमान भी अन्य बाधाएँ थीं।
भारतीय समाज को समझने के लिए अल-बिरूनी मुख्य रूप से किन ग्रंथों पर आश्रित रहा?
सही उत्तर: (स) ब्राह्मणों द्वारा रचित कृतियाँ
स्पष्टीकरण:
स्रोत के अनुसार, अल-बिरूनी भारतीय समाज को समझने के लिए लगभग पूरी तरह से ब्राह्मणों द्वारा रचित कृतियों पर आश्रित रहा, जैसे वेद, पुराण, भगवद गीता, पतंजलि की कृतियाँ तथा मनुस्मृति आदि।
अल-बिरूनी ने जाति व्यवस्था की व्याख्या करने के लिए किस अन्य समुदाय में प्रतिरूपों की खोज की?
सही उत्तर: (ब) प्राचीन फारस
स्पष्टीकरण:
स्रोत में बताया गया है कि अल-बिरूनी ने जाति व्यवस्था को समझने और व्याख्या करने के लिए प्राचीन फारस में चार सामाजिक वर्गों में प्रतिरूपों की खोज की।
अल-बिरूनी ने किस अवधारणा को अस्वीकार किया?
सही उत्तर: (स) अपवित्रता
स्पष्टीकरण:
स्रोत के अनुसार, ब्राह्मणवादी व्याख्या को मानने के बावजूद, अल-बिरूनी ने अपवित्रता की मान्यता को अस्वीकार कर दिया।
इब्न बतूता ने कितने वर्ष की आयु में अपने जन्म स्थान तेंजियर से यात्रा शुरू की थी?
सही उत्तर: (ब) 22 वर्ष
स्पष्टीकरण:
स्रोत में रिह्ला से लिए गए उद्धरण के अनुसार, इब्न बतूता ने 22 वर्ष की आयु में अपने जन्म स्थान तेंजियर से प्रस्थान किया था।
इब्न बतूता किस पद पर 18 महीनों तक मालदीव में रहा?
सही उत्तर: (अ) न्यायाधीश (काज़ी)
स्पष्टीकरण:
स्रोत में उल्लेख है कि इब्न बतूता मालदीव गया जहाँ वह अठारह महीनों तक काज़ी के पद पर रहा।
इब्न बतूता के अनुसार, लंबी यात्राओं में डाकुओं के अलावा और क्या खतरा हो सकता था?
सही उत्तर: (स) गृहवियोग (होमसिकनेस) और बीमारी
स्पष्टीकरण:
स्रोत के अनुसार, लंबी यात्राओं में लुटेरे ही एकमात्र खतरा नहीं थे; यात्री गृहवियोग से ग्रस्त हो सकता था और बीमार हो सकता था।
इब्न बतूता ने भारतीय शहरों को कैसा पाया?
सही उत्तर: (स) व्यापक अवसरों से भरपूर, घनी आबादी वाले और समृद्ध
स्पष्टीकरण:
स्रोत के अनुसार, इब्न बतूता ने उपमहाद्वीप के शहरों को उन लोगों के लिए व्यापक अवसरों से भरपूर पाया जिनके पास आवश्यक इच्छा, साधन तथा कौशल था। ये शहर घनी आबादी वाले तथा समृद्ध थे।
इब्न बतूता ने भारत का सबसे बड़ा शहर किसे बताया है?
सही उत्तर: (स) दिल्ली
स्पष्टीकरण:
स्रोत में इब्न बतूता दिल्ली को एक बड़ा शहर, विशाल आबादी वाला तथा भारत में सबसे बड़ा बताता है।
इब्न बतूता के विवरण के अनुसार, दिल्ली शहर की प्राचीर (दीवार) की चौड़ाई कितनी थी?
सही उत्तर: (स) ग्यारह हाथ
स्पष्टीकरण:
स्रोत के अनुसार, इब्न बतूता दिल्ली की प्राचीर का वर्णन करते हुए बताता है कि दीवार की चौड़ाई ग्यारह हाथ (लगभग 20 इंच प्रति हाथ) है।
इब्न बतूता के अनुसार, भारत में कितने प्रकार की डाक व्यवस्था थी?
सही उत्तर: (ब) दो
स्पष्टीकरण:
स्रोत में इब्न बतूता बताता है कि भारत में दो प्रकार की डाक व्यवस्था है: अश्व डाक व्यवस्था (उलूक) और पैदल डाक व्यवस्था (दावा)।
इब्न बतूता के विवरण में कौन सी डाक व्यवस्था अश्व डाक व्यवस्था से अधिक तीव्र थी?
सही उत्तर: (ब) दावा
स्पष्टीकरण:
स्रोत के अनुसार, पैदल डाक व्यवस्था (दावा) अश्व डाक व्यवस्था (उलूक) से अधिक तीव्र होती थी।
बर्नियर मुख्य रूप से भारत की स्थिति की तुलना किससे करता था?
सही उत्तर: (स) यूरोप, विशेष रूप से फ्रांस
स्पष्टीकरण:
स्रोत के अनुसार, बर्नियर भारत में देखी गई स्थिति की तुलना सामान्य रूप से यूरोप और विशेष रूप से फ्रांस में व्याप्त स्थितियों से करने में अधिक चिंतित था।
बर्नियर के अनुसार, भारत और यूरोप के बीच मूल भिन्नताओं में से एक क्या थी?
सही उत्तर: (स) निजी भू-स्वामित्व का अभाव
स्पष्टीकरण:
स्रोत के अनुसार, बर्नियर के अनुसार भारत और यूरोप के बीच मूल भिन्नताओं में से एक भारत में निजी भू-स्वामित्व का अभाव था।
बर्नियर ने मुगल शहरों को क्या कहकर वर्णित किया?
सही उत्तर: (ब) शिविर नगर
स्पष्टीकरण:
स्रोत में बताया गया है कि बर्नियर मुगलकालीन शहरों को 'शिविर नगर' कहता था, जिसका आशय उन नगरों से था जो अपने अस्तित्व और बने रहने के लिए राजकीय शिविर पर निर्भर थे।
बर्नियर के अनुसार, निजी भू-स्वामित्व के अभाव का कृषि पर क्या परिणाम हुआ?
सही उत्तर: (स) कृषि का समान रूप से विनाश
स्पष्टीकरण:
स्रोत के अनुसार, बर्नियर का तर्क था कि निजी भू-स्वामित्व के अभाव के कारण कृषि का समान रूप से विनाश हुआ।
बर्नियर ने लाहौर में किस प्रथा का मार्मिक विवरण दिया है?
सही उत्तर: (ब) सती प्रथा
स्पष्टीकरण:
स्रोत में बर्नियर द्वारा लाहौर में देखी गई एक कम उम्र की विधवा की सती होने की प्रथा का अत्यंत मार्मिक विवरण दिया गया है।
हमें उम्मीद है कि इन MCQs से आपको 'यात्रियों के नज़रिए' अध्याय को समझने और परीक्षा की तैयारी करने में मदद मिली होगी। इन प्रश्नों का बार-बार अभ्यास करें और अपनी पाठ्यपुस्तक को भी ध्यान से पढ़ें। आपकी परीक्षाओं के लिए शुभकामनाएँ!