Bihar Board class12 geography अध्याय 7: परिवहन एवं संचार - सम्पूर्ण नोट्स, प्रश्न-उत्तर | Chapter 7 Transport and Communication Notes in Hindi |Revision notes

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अध्याय 7: परिवहन एवं संचार - सम्पूर्ण नोट्स, प्रश्न-उत्तर | Chapter 7 Transport and Communication Notes in Hindi

📚 अध्याय 7: परिवहन एवं संचार - आत्म-अध्ययन नोट्स

यह नोट्स अध्याय के महत्वपूर्ण विषयों, परिभाषाओं, प्रमुख अवधारणाओं, पुस्तक में दिए गए अभ्यासों और कुछ नए प्रश्नों को शामिल करते हैं।

परिचय: प्रकृति ने संसाधन, आर्थिक गतिविधियाँ और बाज़ार अक्सर एक ही स्थान पर नहीं पाए जाते हैं। इसलिए, उत्पादन केंद्रों और उपभोग केंद्रों को जोड़ने के लिए परिवहन, संचार और व्यापार महत्वपूर्ण हैं। एक कुशल परिवहन, संचार और व्यापार प्रणाली जीवन स्तर और जीवन की गुणवत्ता पर सीधा प्रभाव डालती है। परिवहन व्यक्तियों और वस्तुओं को एक स्थान से दूसरे स्थान तक ले जाने की सुविधा है, जिसमें मनुष्य, पशु और विभिन्न प्रकार के वाहनों का उपयोग होता है। यह भूमि, जल और वायु में हो सकता है। परिवहन समाज की मूलभूत आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए एक संगठित सेवा उद्योग है। इसमें परिवहन मार्गों, वाहनों, रखरखाव और लोडिंग, अनलोडिंग तथा वितरण की व्यवस्था करने वाली संस्थाओं को शामिल किया जाता है।

1. 🌐 परिवहन जाल (Transport Network)

अनेक स्थानों को जब मार्गों की श्रृंखलाओं द्वारा एक-दूसरे से जोड़ दिया जाता है, तो जो प्रारूप बनता है, उसे परिवहन जाल कहते हैं।

2. 🛣️ परिवहन की विधाएँ (Modes of Transport)

विश्व परिवहन की प्रमुख विधाएँ चार हैं: स्थल (Land), जल (Water), वायु (Air), और पाइपलाइन (Pipeline)। पाइपलाइन को छोड़कर, प्रत्येक विधा यात्रियों और सामान दोनों का वहन करती है।

3. 📊 परिवहन की विधाओं की सार्थकता (Significance of Transport Modes)

किसी विधा की सार्थकता परिवहित की जाने वाली वस्तुओं और सेवाओं के प्रकार, परिवहन की लागत और उपलब्ध विधा पर निर्भर करती है।

  • सड़क परिवहन: छोटी दूरी और घर-से-घर सेवा प्रदान करने में यह सस्ता और तीव्रगामी है।
  • रेल परिवहन: किसी देश के भीतर थोक पदार्थों की विशाल मात्रा को लंबी दूरी तक परिवहन करने के लिए यह सर्वाधिक अनुकूल साधन है।
  • वायु परिवहन: उच्च मूल्य वाली, हल्की तथा नाशवान वस्तुओं का परिवहन इसके द्वारा सर्वश्रेष्ठ होता है। वायु यातायात परिवहन हेतु एक अच्छी विधि है।
  • जल परिवहन: वस्तुओं के अंतर्राष्ट्रीय संचालन का निपटान भारी जलयानों द्वारा किया जाता है। यह एक महाद्वीप से दूसरे महाद्वीप तक भारी पदार्थों के लंबी दूरी के समुद्री परिवहन के लिए सस्ता है।
  • पाइपलाइन: ये पेट्रोलियम, प्राकृतिक गैस और तरल अवस्था में अयस्कों जैसे पदार्थों का परिवहन करती हैं। ये तरल और गैसीय पदार्थों, जैसे जल, खनिज तेल और प्राकृतिक गैस के अबाधित प्रवाह और परिवहन के लिए व्यापक रूप से उपयोग की जाती हैं।

4. 🚗 स्थल परिवहन (Land Transport)

अधिकांश वस्तुओं और सेवाओं का अधिकांश संचलन स्थल पर होता है।

(क) सड़क परिवहन (Road Transport)

छोटी दूरियों के लिए सड़क परिवहन रेल परिवहन की अपेक्षा आर्थिक दृष्टि से लाभदायक होता है। इसके द्वारा घर-घर तक वस्तुओं को पहुँचाया जा सकता है।

  • विश्व सड़क तंत्र: विश्व की कुल मोटर वाहन चलाने योग्य सड़कों की लंबाई मात्र 150 लाख किलोमीटर है, जिसका 33 प्रतिशत उत्तरी अमेरिका में है। सर्वाधिक सड़क घनत्व और सबसे अधिक वाहनों की संख्या पश्चिमी यूरोप की तुलना में उत्तरी अमेरिका में पाई जाती है।
  • यातायात प्रवाह: पिछले कुछ वर्षों में सड़कों पर यातायात में नाटकीय वृद्धि हुई है। जब सड़क तंत्र यातायात की जरूरतों के अनुरूप विकसित न हो पाए तो सड़कों पर संकुलन (भीड़) बढ़ जाता है।

(ख) राजमार्ग (Highways)

राजमार्ग दूरस्थ स्थानों को जोड़ने वाली पक्की सड़कें होती हैं, जिनका निर्माण अबाधित यातायात के आवागमन के लिए किया जाता है।

  • उत्तरी अमेरिका: यहाँ राजमार्गों का घनत्व उच्च है (लगभग $0.65 \text{ km}$ प्रति वर्ग किमी)। ट्रांस-कनाडियन राजमार्ग वैंकूवर को सेंट जॉन नगर से जोड़ता है।
  • भारत: अनेक राजमार्ग प्रमुख शहरों और नगरों को जोड़ते हैं। स्वर्णिम चतुर्भुज या द्रुतमार्गों द्वारा नई दिल्ली, मुंबई, चेन्नई तथा कोलकाता को जोड़ा गया है।

(ग) सीमावर्ती सड़कें (Border Roads)

अंतर्राष्ट्रीय सीमाओं के सहारे बनाई गई सड़कों को सीमावर्ती सड़कें कहा जाता है। ये सुदूर क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को प्रमुख नगरों से जोड़ने और रक्षा प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।

(घ) 🚂 रेलमार्ग (Railways)

रेलमार्ग लंबी दूरी तक थोक वस्तुओं और यात्रियों के स्थल परिवहन की विधि है।

  • रेल लाइनों की चौड़ाई (गेज): यह प्रत्येक देश में अलग-अलग पाई जाती है, जिन्हें बड़ी (1.5 मीटर से अधिक), मानक (1.44 मीटर), मीटर लाइन (1 मीटर) और छोटी लाइन में वर्गीकृत किया जाता है।
  • विश्व रेल मार्ग: विश्व में लगभग 13 लाख किमी लंबे रेल यातायात मार्ग हैं।
  • यूरोप: विश्व का सघनतम रेल तंत्र यहीं है (लगभग 4 लाख 40 हजार किमी)। बेल्जियम में रेल घनत्व सर्वाधिक है।
  • उत्तरी अमेरिका: सर्वाधिक विस्तृत रेलमार्ग तंत्र यहाँ है, जो विश्व के कुल रेलमार्गों का लगभग 40 प्रतिशत है।

(ङ) पारमहाद्वीपीय रेलमार्ग (Transcontinental Railways)

ये रेलमार्ग पूरे महाद्वीप से गुजरते हुए इसके दोनों छोरों को जोड़ते हैं।

  • पार-साइबेरियन रेलमार्ग: रूस का यह प्रमुख रेलमार्ग सेंट पीटर्सबर्ग से व्लादिवोस्तोक तक जाता है। यह विश्व का सर्वाधिक लंबा ($9,322 \text{ km}$) पारमहाद्वीपीय रेलमार्ग है।
  • पार-कनाडियन रेलमार्ग: कनाडा की यह 7,050 किमी लंबी रेल लाइन हैलिफ़ैक्स से वैंकूवर तक जाती है। यह कनाडा की आर्थिक धमनी है।
  • ओरिएंट एक्सप्रेस: यह लाइन पेरिस से इस्तांबुल तक जाती है।

(च) पाइपलाइनें (Pipelines)

ये जल, पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस जैसे तरल और गैसीय पदार्थों के अबाधित प्रवाह और परिवहन के लिए व्यापक रूप से उपयोग की जाती हैं।

  • संयुक्त राज्य अमेरिका: 'बिग इंच' एक प्रसिद्ध पाइपलाइन है जो मेक्सिको की खाड़ी से उत्तर-पूर्वी राज्यों में तेल ले जाती है।
  • प्रस्तावित: ईरान-भारत वाया पाकिस्तान अंतर्राष्ट्रीय तेल और प्राकृतिक गैस पाइपलाइन विश्व में सर्वाधिक लंबी होगी।

5. 🚢 जल परिवहन (Water Transport)

जल परिवहन का महत्वपूर्ण लाभ यह है कि इसमें मार्गों का निर्माण नहीं करना पड़ता और यह बहुत सस्ता पड़ता है।

(क) समुद्री मार्ग (Sea Routes)

  • उत्तरी अटलांटिक समुद्री मार्ग: यह विश्व का व्यस्ततम व्यापारिक जलमार्ग है। इसे 'बृहत् ट्रंक मार्ग' कहा जाता है।
  • भूमध्यसागर-हिंद महासागरीय समुद्री मार्ग: यह प्राचीन विश्व के हृदय स्थल से गुजरता है।

(ख) नौ परिवहन नहरें (Navigation Canals)

  • स्वेज नहर (1869): मिस्र में भूमध्य सागर को लाल सागर से जोड़ती है। यह $160 \text{ km}$ लंबी और जलबंधकों से रहित है।
  • पनामा नहर: अटलांटिक महासागर को प्रशांत महासागर से जोड़ती है। यह $72 \text{ km}$ लंबी है और इसमें कुल छह जलबंधक तंत्र हैं।

(ग) आंतरिक जलमार्ग (Inland Waterways)

नदियाँ, नहरें, झीलें तथा तटीय क्षेत्र प्राचीन समय से ही महत्वपूर्ण जलमार्ग रहे हैं।

  • राइन जलमार्ग: विश्व का अत्यधिक प्रयोग में लाया जाने वाला जलमार्ग है।
  • वृहद झीलें सेंट लॉरेंस समुद्री मार्ग: उत्तरी अमेरिका के उत्तरी भाग में विशिष्ट वाणिज्यिक जलमार्ग का निर्माण करती है।

6. ✈️ वायु परिवहन (Air Transport)

वायु परिवहन, परिवहन का तीव्रतम साधन है, परंतु यह अत्यंत महंगा भी है।

  • पहुँच: वर्तमान समय में विश्व में कोई भी स्थान 35 घंटे से अधिक की दूरी पर नहीं है।
  • सघन जाल: उत्तरी गोलार्ध में एक सुस्पष्ट पूर्व-पश्चिम पट्टी है। पूर्वी संयुक्त राज्य अमेरिका, पश्चिमी यूरोप और दक्षिण-पूर्वी एशिया में वायुमार्गों का सघन जाल पाया जाता है।
  • प्रमुख केंद्र: न्यूयॉर्क, लंदन, पेरिस, एम्स्टर्डम और शिकागो नोडीय बिंदु हैं।

7. 📡 संचार (Communication)

लंबी दूरियों के संचार हेतु मनुष्य ने अनेक विधियों का प्रयोग किया। आज विकास अद्भुत गति से हो रहा है।

  • प्रौद्योगिकी: ऑप्टिक फाइबर तारों और उपग्रहों ने संचार में क्रांति ला दी है।
  • उपग्रह संचार: 1970 से संचार तकनीकी में नए युग का आरंभ हुआ। भारत ने भी आर्यभट्ट, भास्कर, इनसेट जैसे उपग्रहों से महत्वपूर्ण प्रगति की है।

साइबर स्पेस - इंटरनेट (Cyber Space - Internet)

साइबर स्पेस विद्युत् द्वारा कंप्यूटरीकृत स्पेस का संसार है। यह भेजने वाले और प्राप्त करने वाले के शारीरिक संचलन के बिना कंप्यूटर पर सूचनाओं के प्रेषण और प्राप्ति की विद्युतीय अंकीय दुनिया है।

साइबर स्पेस लोगों के समकालीन आर्थिक और सामाजिक स्पेस को ई-मेल, ई-वाणिज्य, ई-शिक्षा और ई-प्रशासन के माध्यम से विस्तृत करेगा।

8. 🖼️ उदाहरणों की व्याख्या (Explanation of Examples in Chapter)

अध्याय में दिए गए चित्र विभिन्न अवधारणाओं को स्पष्ट करते हैं:

  • चित्र 7-5 (पार-साइबेरियन रेलमार्ग): विश्व के सबसे लंबे रेलमार्ग के महत्व को दर्शाता है।
  • चित्र 7-9 (प्रमुख समुद्री मार्ग): अंतर्राष्ट्रीय व्यापार की धमनियों को दिखाता है।
  • चित्र 7-10 (स्वेज नहर): मानव निर्मित नौवहन नहर का उदाहरण है जो वैश्विक व्यापार मार्गों को छोटा करती है।
  • चित्र 7-11 (पनामा नहर): जलबंधक (locks) प्रणाली का उपयोग करके दो महासागरों को जोड़ने वाली इंजीनियरिंग का चमत्कार दिखाता है।
  • चित्र 7-16 (प्रमुख हवाई पत्तन): वैश्विक वायु नेटवर्क के प्रमुख केंद्रों (नोड्स) को दर्शाता है।

9. 📝 अध्याय के अभ्यास प्रश्नों के विस्तृत उत्तर

प्रश्न 1. नीचे दिए गए चार विकल्पों में से सही उत्तर का चयन कीजिए:

(i) पारमहाद्वीपीय स्टुअर्ट राजमार्ग किनके मध्य से गुजरता है?

उत्तर: (क) डार्विन और मेलबर्न (यह ऑस्ट्रेलिया का एक प्रमुख उत्तर-दक्षिण राजमार्ग है)।

(ii) किस देश में रेलमार्गों के जाल का सघनतम घनत्व पाया जाता है?

उत्तर: (ग) संयुक्त राज्य अमेरिका (दिए गए विकल्पों में, USA में सबसे विस्तृत और औद्योगिक क्षेत्रों में सघन नेटवर्क है, हालांकि प्रति वर्ग किमी घनत्व में बेल्जियम जैसे यूरोपीय देश आगे हैं)।

(iii) बृहत् ट्रंक मार्ग होकर जाता है-

उत्तर: (ख) उत्तर अटलांटिक महासागर से होकर। स्रोत में स्पष्ट रूप से उल्लेख है कि उत्तरी अटलांटिक समुद्री मार्ग को 'बृहत् ट्रंक मार्ग' कहा जाता है।

(iv) 'बिग इंच' पाइप लाइन के द्वारा परिवहित किया जाता है।

उत्तर: (घ) पेट्रोलियम। स्रोत में बताया गया है कि 'बिग इंच' एक प्रसिद्ध पाइपलाइन है जो तेल के कुँओं से तेल ले जाती है।

(v) चैनल टनल जोड़ता है

उत्तर: (ग) पेरिस - लंदन। स्रोत में यूरो टनल (चैनल टनल) का उल्लेख है जो लंदन को पेरिस से जोड़ता है।

प्रश्न 2. निम्नलिखित प्रश्नों का उत्तर लगभग 30 शब्दों में दीजिए:

(i) पर्वतों, मरुस्थलों तथा बाढ़ संभावित प्रदेशों में स्थल परिवहन की क्या-क्या समस्याएँ हैं?

पर्वतों पर तीव्र ढाल, भूस्खलन का खतरा; मरुस्थलों में रेत के टीलों का अस्थिर होना और अत्यधिक तापमान; तथा बाढ़ संभावित क्षेत्रों में जलभराव और सड़कों का बह जाना स्थल परिवहन के निर्माण और रखरखाव में प्रमुख समस्याएँ हैं।

(ii) पारमहाद्वीपीय रेलमार्ग क्या होता है?

पारमहाद्वीपीय रेलमार्ग वे लंबी रेल लाइनें हैं जो एक पूरे महाद्वीप के एक छोर से दूसरे छोर तक जाती हैं। इनका निर्माण आर्थिक और राजनीतिक एकीकरण के उद्देश्यों से किया जाता है, जैसे पार-साइबेरियन रेलमार्ग।

(iii) जल परिवहन के क्या लाभ हैं?

जल परिवहन का सबसे बड़ा लाभ इसकी बहुत कम लागत है, क्योंकि इसमें मार्गों का निर्माण नहीं करना पड़ता और जल का घर्षण कम होने से ऊर्जा की बचत होती है। यह भारी और अधिक मात्रा वाले सामान के अंतर्राष्ट्रीय व्यापार के लिए सर्वोत्तम है।

प्रश्न 3. नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर 150 शब्दों से अधिक न दें:

(i) "एक सुप्रबंधित परिवहन प्रणाली में विभिन्न विधाएँ एक-दूसरे की संपूरक होती है," इस कथन को स्पष्ट कीजिए।

एक कुशल परिवहन प्रणाली में विभिन्न परिवहन विधाएँ, जैसे सड़क, रेल, जल, वायु और पाइपलाइन, एक-दूसरे की पूरक होती हैं। प्रत्येक विधा की अपनी विशेषताएँ होती हैं और वह विशिष्ट प्रकार की वस्तुओं या सेवाओं के लिए सबसे उपयुक्त होती है। सड़क परिवहन छोटी दूरी की और घर-घर तक की सेवाओं के लिए सस्ता और तेज़ है। रेल परिवहन देश के भीतर भारी और थोक सामानों के लंबी दूरी के परिवहन के लिए आदर्श है। वायु परिवहन उच्च मूल्य वाली, हल्की या खराब होने वाली वस्तुओं के लिए सबसे अच्छा है। जल परिवहन, विशेष रूप से समुद्री मार्ग, महाद्वीपों के बीच भारी मात्रा में थोक सामान ले जाने का सबसे सस्ता साधन है। पाइपलाइनें तरल और गैसीय पदार्थों का कुशलता से परिवहन करती हैं। एक सुप्रबंधित प्रणाली इन विधाओं को इस प्रकार एकीकृत करती है कि माल और लोग सबसे कुशल और लागत प्रभावी तरीके से अपने गंतव्य तक पहुँच सकें। उदाहरण के लिए, सामानों को रेल द्वारा एक बंदरगाह तक पहुँचाया जा सकता है, फिर जहाज द्वारा समुद्र पार भेजा जा सकता है, और अंत में ट्रकों द्वारा अंतिम गंतव्य तक पहुँचाया जा सकता है। इस तरह, विभिन्न विधाएँ मिलकर एक व्यापक और प्रभावी परिवहन नेटवर्क बनाती हैं, जहाँ एक विधा की सीमाएँ दूसरी विधा द्वारा पूरी की जाती हैं।

(ii) विश्व के वे कौन-से प्रमुख प्रदेश हैं जहाँ वायुमार्ग का सघन तंत्र पाया जाता है?

विश्व में वायुमार्गों का सघन तंत्र मुख्यतः उत्तरी गोलार्ध में केंद्रित है, विशेष रूप से एक सुस्पष्ट पूर्व-पश्चिम पट्टी में। तीन प्रमुख प्रदेशों में वायुमार्गों का अत्यधिक सघन जाल पाया जाता है: पूर्वी संयुक्त राज्य अमेरिका, पश्चिमी यूरोप और दक्षिण-पूर्वी एशिया। अकेले संयुक्त राज्य अमेरिका विश्व के कुल वायुमार्गों के लगभग 60 प्रतिशत का उपयोग करता है। न्यूयॉर्क, लंदन, पेरिस, एम्स्टर्डम और शिकागो जैसे प्रमुख शहर महत्वपूर्ण नोडीय बिंदु हैं, जहाँ से मार्ग सभी महाद्वीपों की ओर निकलते हैं। इन क्षेत्रों में उच्च औद्योगिकीकरण, अधिक जनसंख्या घनत्व और उच्च आर्थिक विकास के कारण वायु यातायात की मांग बहुत अधिक है। इसके विपरीत, अफ्रीका, रूस के एशियाई भाग और दक्षिण अमेरिका जैसे क्षेत्रों में विरल जनसंख्या, सीमित आर्थिक विकास और विशाल भौगोलिक दूरियों के कारण वायु सेवाओं का अभाव है।

(iii) वे कौन सी विधाएँ हैं जिनके द्वारा साइबर स्पेस मनुष्यों के समकालीन आर्थिक और सामाजिक स्पेस की वृद्धि करेगा?

साइबर स्पेस, या इंटरनेट, मनुष्यों के आर्थिक और सामाजिक दायरे का विस्तार कई विधाओं के माध्यम से कर रहा है। ई-वाणिज्य (E-commerce) के द्वारा उपभोक्ता घर बैठे वैश्विक बाजार से खरीदारी कर सकते हैं और उद्यमी अपने उत्पादों को दुनिया भर में बेच सकते हैं, जिससे आर्थिक अवसर बढ़ते हैं। ई-शिक्षा (E-learning) भौगोलिक सीमाओं को समाप्त कर देती है, जिससे छात्र विश्व के सर्वश्रेष्ठ संस्थानों से ऑनलाइन पाठ्यक्रम प्राप्त कर सकते हैं। ई-मेल और सोशल मीडिया जैसे संचार उपकरण तात्कालिक वैश्विक संचार को संभव बनाते हैं, जो व्यक्तिगत और व्यावसायिक संबंधों को मजबूत करते हैं। ई-प्रशासन (E-governance) सरकारी सेवाओं को ऑनलाइन उपलब्ध कराकर नागरिकों और सरकार के बीच की दूरी को कम करता है। इसके अलावा, टेलीमेडिसिन, वर्क-फ्रॉम-होम और डिजिटल बैंकिंग जैसी सुविधाएँ समय और स्थान की बाधाओं को तोड़कर लोगों को अधिक लचीलापन और अवसर प्रदान करती हैं, जिससे उनके जीवन का आर्थिक और सामाजिक स्पेस व्यापक होता है।

10. 🧠 अध्याय की अवधारणाओं पर आधारित नये अभ्यास प्रश्न

  1. विभिन्न प्रकार के रेल गेज का महत्व और विश्व में उनके उपयोग के बारे में संक्षेप में बताइए।
  2. मुख्य समुद्री मार्गों के अलावा तटीय नौ परिवहन (coastal shipping) लंबी तटरेखा वाले देशों के लिए क्यों महत्वपूर्ण है?
  3. जल परिवहन में उपयोग किए जाने वाले जलबंधक (locks) तंत्र क्या होते हैं और ये पनामा नहर में कैसे काम करते हैं?
  4. साइबर स्पेस के विकास और इसके वैश्विक प्रयोक्ताओं के वितरण में क्या बदलाव आए हैं?
  5. पाइपलाइन परिवहन के लाभ और सीमाएँ क्या हैं?

11. 📌 बोर्ड परीक्षा से पहले पुनरावृत्ति के लिए संक्षिप्त सारांश

परिवहन: लोगों और सामानों को एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाने की सुविधा।

संचार: लंबी दूरी पर सूचनाओं का आदान-प्रदान।

परिवहन की विधाएँ: स्थल, जल, वायु, पाइपलाइन।

  • स्थल परिवहन: सड़क (छोटी दूरी, घर-घर), रेल (लंबी दूरी, थोक सामान), पाइपलाइन (तरल/गैसीय पदार्थ)।
  • जल परिवहन: सस्ता, मार्ग निर्माण की आवश्यकता नहीं। प्रमुख मार्ग: उत्तरी अटलांटिक (बृहत् ट्रंक मार्ग)। प्रमुख नहरें: स्वेज और पनामा।
  • वायु परिवहन: तीव्रतम, महंगा। दुर्गम क्षेत्रों तक पहुँच का साधन। सघन नेटवर्क उत्तरी गोलार्ध में है।
  • संचार: टेलीग्राफ, टेलीफोन से उपग्रह संचार और इंटरनेट (साइबर स्पेस) तक का विकास। साइबर स्पेस ने ई-मेल, ई-वाणिज्य, ई-शिक्षा से वैश्विक ग्राम की संकल्पना को साकार किया है।

यह नोट्स आपको अध्याय की प्रमुख बातों को समझने और दोहराने में सहायक होंगे। शुभकामनाएँ!

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