बिहार बोर्ड कक्षा 10 संस्कृत
अध्याय 8: कर्मवीरकथा (कर्मवीर की कहानी)
पाठ का सारांश (Summary of the Chapter)
"कर्मवीरकथा" एक प्रेरक कहानी है जो दिखाती है कि दृढ़ संकल्प, कठिन परिश्रम और सकारात्मक दृष्टिकोण से कोई भी व्यक्ति जीवन में सफलता प्राप्त कर सकता है, चाहे उसकी परिस्थितियाँ कितनी भी प्रतिकूल क्यों न हों।
यह कहानी रामप्रवेश राम नामक एक दलित बालक की है, जो बिहार के एक दुर्गम गाँव 'भीखनटोला' में रहता था। उसका परिवार अत्यंत निर्धन था और एक टूटी-फूटी कुटिया में निवास करता था। गाँव में प्राथमिक विद्यालय था जहाँ एक नवीन विचारों वाले, सामाजिक समरसता के पक्षधर शिक्षक आए। उन्होंने रामप्रवेश की प्रतिभा को पहचाना और उसे पढ़ाने लगे।
शिक्षक के मार्गदर्शन और अपनी लगन से रामप्रवेश ने पढ़ाई में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। उसने छात्रवृत्ति के सहारे महाविद्यालय में प्रवेश लिया और वहाँ भी शिक्षकों का प्रिय बन गया। पुस्तकालय में स्वाध्याय करते हुए उसने स्नातक परीक्षा में प्रथम स्थान प्राप्त किया। इसके बाद, केन्द्रीय लोक सेवा आयोग (UPSC) की परीक्षा में भी उसने उच्च स्थान प्राप्त किया, जिससे उसका और उसके परिवार का नाम रोशन हुआ।
यह कथा हमें यह शिक्षा देती है कि "उद्योगिनं पुरुषसिंहमुपैति लक्ष्मीः" अर्थात् परिश्रमी व्यक्ति को ही लक्ष्मी (सफलता, समृद्धि) प्राप्त होती है। रामप्रवेश राम का जीवन सभी के लिए, विशेषकर युवाओं के लिए, प्रेरणा का स्रोत है।
प्रमुख शब्दार्थ (Key Word Meanings)
संस्कृत शब्द (Sanskrit Word) | उच्चारण (Pronunciation) | हिन्दी अर्थ (Hindi Meaning) |
---|---|---|
कर्मवीरः | karmavīraḥ | कर्म में वीर, कर्मठ व्यक्ति |
दलितः | dalitaḥ | दबा हुआ, शोषित (यहाँ एक सामाजिक वर्ग विशेष) |
निर्धनः | nirdhanaḥ | गरीब, धनहीन |
ग्रामः | grāmaḥ | गाँव |
प्राथमिकविद्यालयः | prāthamikavidyālayaḥ | प्राथमिक विद्यालय |
नवीनदृष्टिसम्पन्नः | navīnadṛṣṭisampannaḥ | नवीन विचारों वाला |
शिक्षकः | śikṣakaḥ | अध्यापक |
समागतः | samāgataḥ | आया |
आकृष्टः | ākṛṣṭaḥ | आकर्षित हुआ |
अध्यापनेन | adhyāpanena | पढ़ाने से |
स्वयं | svayaṁ | खुद, अपने आप |
अध्यवसायेन | adhyavasāyena | परिश्रम से, लगन से |
विद्याधिगमाय | vidyādhigamāya | विद्या प्राप्ति के लिए |
निरतः | nirataḥ | लगा हुआ, संलग्न |
उच्चविद्यालयम् | uccavidyālayam | हाई स्कूल |
गतवान् | gatavān | गया |
स्नातकपरीक्षायाम् | snātakaparīkṣāyām | स्नातक (ग्रेजुएशन) की परीक्षा में |
प्रथमस्थानम् | prathamasthānam | पहला स्थान |
अवाप | avāpa | प्राप्त किया |
ख्यातिम् | khyātim | प्रसिद्धि |
अवर्धयत् | avardhayat | बढ़ाया |
केन्द्रीयलोकसेवापरीक्षायाम् | kendrīyalokasevāparīkṣāyām | केंद्रीय लोक सेवा आयोग की परीक्षा में (UPSC) |
उन्नतं स्थानम् | unnataṁ sthānam | ऊँचा स्थान |
उद्योगिनम् | udyoginam | परिश्रमी व्यक्ति को |
पुरुषसिंहम् | puruṣasiṁham | पुरुषों में सिंह के समान (श्रेष्ठ व्यक्ति) |
उपैति | upaiti | प्राप्त होती है |
लक्ष्मीः | lakṣmīḥ | लक्ष्मी, धन, समृद्धि, सफलता |
प्रशासनम् | praśāsanam | शासन, प्रशासन |
संकटकालः | saṅkaṭakālaḥ | संकट का समय |
निर्णयसामर्थ्यम् | nirṇayasāmarthyam | निर्णय लेने की क्षमता |
आदर्शः | ādarśaḥ | आदर्श |
प्रेरणास्पदः | preraṇāspadaḥ | प्रेरणा देने वाला |
कथा | kathā | कहानी |
ग्रामीणे | grāmīṇe | गाँव में |
निर्धने | nirdhane | गरीब (परिवार में) |
परिश्रमी | pariśramī | मेहनती |
बालकः | bālakaḥ | लड़का |
भीखनटोला | bhīkhanaṭolā | गाँव का नाम |
दुर्गमप्राये | durgamaprāye | अत्यंत दुर्गम स्थान पर |
कुटी | kuṭī | झोपड़ी |
शिक्षणशैल्या | śikṣaṇaśailyā | पढ़ाने की शैली से |
पुस्तकागारे | pustakāgāre | पुस्तकालय में |
स्वाध्याये | svādhyāye | स्व-अध्ययन में |
अभ्यास के प्रश्नों के हल (Solved Textbook Exercises)
(ये प्रश्न आम तौर पर पाठ्यपुस्तक में पाए जाने वाले प्रश्नों के प्रारूप पर आधारित हैं)I. एकपदेन उत्तरं वदत (एक शब्द में उत्तर दें):
1. प्रश्न: कर्मवीरः कः आसीत्? (कर्मवीर कौन था?)
उत्तरम्: रामप्रवेशरामः
2. प्रश्न: रामप्रवेशरामस्य ग्रामस्य नाम किम् आसीत्? (रामप्रवेश राम के गाँव का नाम क्या था?)
उत्तरम्: भीखनटोला
3. प्रश्न: भीखनटोलाग्रामं द्रष्टुं कः आगतः? (भीखनटोला गाँव देखने कौन आया?)
उत्तरम्: शिक्षकः
4. प्रश्न: बालकः कस्य शिक्षणशैल्या आकृष्टः अभवत्? (बालक किसकी शिक्षण शैली से आकर्षित हुआ?)
उत्तरम्: शिक्षकस्य
5. प्रश्न: स्नातकपरीक्षायां रामप्रवेशरामः किं स्थानं प्राप्तवान्? (स्नातक परीक्षा में रामप्रवेश राम ने कौन सा स्थान प्राप्त किया?)
उत्तरम्: प्रथमस्थानम्
6. प्रश्न: उद्योगिनं पुरुषसिंहं का उपैति? (परिश्रमी पुरुष को कौन प्राप्त होती है?)
उत्तरम्: लक्ष्मीः
II. पूर्णवाक्येन उत्तरं लिखत (पूर्ण वाक्य में उत्तर लिखें):
1. प्रश्न: भीखनटोलाग्रामः कुत्र अस्ति? (भीखनटोला गाँव कहाँ है?)
उत्तरम्: भीखनटोलाग्रामः बिहारराज्यस्य दुर्गमप्राये प्रान्तरे अस्ति। (भीखनटोला गाँव बिहार राज्य के दुर्गम क्षेत्र में है।)
2. प्रश्न: प्राथमिकविद्यालये कीदृशः शिक्षकः समागतः? (प्राथमिक विद्यालय में कैसा शिक्षक आया?)
उत्तरम्: प्राथमिकविद्यालये नवीनदृष्टिसम्पन्नः सामाजिकसमरसतायाः पक्षधरः शिक्षकः समागतः। (प्राथमिक विद्यालय में नवीन विचारों वाला, सामाजिक समरसता का पक्षधर शिक्षक आया।)
3. प्रश्न: शिक्षकः कं पाठयितुम् आरभत? (शिक्षक ने किसे पढ़ाना आरम्भ किया?)
उत्तरम्: शिक्षकः रामप्रवेशरामं नामकं दलितबालकं पाठयितुम् आरभत। (शिक्षक ने रामप्रवेश राम नामक दलित बालक को पढ़ाना आरम्भ किया।)
4. प्रश्न: रामप्रवेशरामः कुत्र उन्नतं स्थानं प्राप्तवान्? (रामप्रवेश राम ने कहाँ ऊँचा स्थान प्राप्त किया?)
उत्तरम्: रामप्रवेशरामः केन्द्रीयलोकसेवापरीक्षायाम् उन्नतं स्थानं प्राप्तवान्। (रामप्रवेश राम ने केंद्रीय लोक सेवा परीक्षा में ऊँचा स्थान प्राप्त किया।)
5. प्रश्न: कर्मवीरकथायाः कः सन्देशः? (कर्मवीर कथा का क्या संदेश है?)
उत्तरम्: कर्मवीरकथायाः सन्देशः अस्ति यत् परिश्रमेण उत्साहेन च कोऽपि मनुष्यः जीवने सफलतां प्राप्तुं शक्नोति। (कर्मवीर कथा का संदेश है कि परिश्रम और उत्साह से कोई भी मनुष्य जीवन में सफलता प्राप्त कर सकता है।)
अतिरिक्त महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तर (20 Additional Questions with Solutions)
1. प्रश्न: रामप्रवेशरामस्य परिवारः कीदृशः आसीत्? (रामप्रवेश राम का परिवार कैसा था?)
उत्तरम्: रामप्रवेशरामस्य परिवारः अतीव निर्धनः आसीत्। (रामप्रवेश राम का परिवार अत्यंत गरीब था।)
2. प्रश्न: रामप्रवेशरामः कुत्र निवसति स्म? (रामप्रवेश राम कहाँ रहता था?)
उत्तरम्: रामप्रवेशरामः भीखनटोला नाम्नि ग्रामे एकायां जीर्णशीर्णायां कुट्यां निवसति स्म। (रामप्रवेश राम भीखनटोला नामक गाँव में एक टूटी-फूटी झोपड़ी में रहता था।)
3. प्रश्न: शिक्षकः रामप्रवेशरामे किं दृष्टवान्? (शिक्षक ने रामप्रवेश राम में क्या देखा?)
उत्तरम्: शिक्षकः रामप्रवेशरामे प्रतिभां अध्ययनरुचिं च दृष्टवान्। (शिक्षक ने रामप्रवेश राम में प्रतिभा और पढ़ने में रुचि देखी।)
4. प्रश्न: रामप्रवेशरामः कथं महाविद्यालयं प्राविशत्? (रामप्रवेश राम ने महाविद्यालय में कैसे प्रवेश लिया?)
उत्तरम्: रामप्रवेशरामः छात्रवृत्त्या महाविद्यालयं प्राविशत्। (रामप्रवेश राम ने छात्रवृत्ति से महाविद्यालय में प्रवेश लिया।)
5. प्रश्न: महाविद्यालये रामप्रवेशरामः केषां प्रियः अभवत्? (महाविद्यालय में रामप्रवेश राम किनका प्रिय हो गया?)
उत्तरम्: महाविद्यालये रामप्रवेशरामः शिक्षकाणां प्रियः अभवत्। (महाविद्यालय में रामप्रवेश राम शिक्षकों का प्रिय हो गया।)
6. प्रश्न: रामप्रवेशरामः किं कुर्वन् स्नातकपरीक्षायां प्रथमस्थानम् अवाप? (रामप्रवेश राम क्या करते हुए स्नातक परीक्षा में प्रथम स्थान प्राप्त किया?)
उत्तरम्: रामप्रवेशरामः पुस्तकालये स्वाध्यायं कुर्वन् स्नातकपरीक्षायां प्रथमस्थानम् अवाप। (रामप्रवेश राम पुस्तकालय में स्व-अध्ययन करते हुए स्नातक परीक्षा में प्रथम स्थान प्राप्त किया।)
7. प्रश्न: "कर्मवीरकथा" पाठात् का शिक्षा मिलति? (कर्मवीरकथा पाठ से क्या शिक्षा मिलती है?)
उत्तरम्: "कर्मवीरकथा" पाठात् शिक्षा मिलति यत् परिश्रमेण एव सफलता लभ्यते। (कर्मवीरकथा पाठ से यह शिक्षा मिलती है कि परिश्रम से ही सफलता मिलती है।)
8. प्रश्न: भीखनटोला ग्रामस्य जनाः कथं जीवन्ति स्म? (भीखनटोला गाँव के लोग कैसे जीते थे?)
उत्तरम्: भीखनटोला ग्रामस्य जनाः अतीव कष्टेन निर्धनतया च जीवन्ति स्म। (भीखनटोला गाँव के लोग अत्यंत कष्ट और गरीबी में जीते थे।)
9. प्रश्न: रामप्रवेशरामस्य जीवनं केभ्यः प्रेरणास्पदम् अस्ति? (रामप्रवेश राम का जीवन किनके लिए प्रेरणादायक है?)
उत्तरम्: रामप्रवेशरामस्य जीवनं सर्वेभ्यः, विशेषतः युवजनेभ्यः प्रेरणास्पदम् अस्ति। (रामप्रवेश राम का जीवन सभी के लिए, विशेषकर युवाओं के लिए प्रेरणादायक है।)
10. प्रश्न: "उद्योगिनं पुरुषसिंहमुपैति लक्ष्मीः" – अस्य वचनस्य कः अर्थः? ("परिश्रमी पुरुष को ही लक्ष्मी प्राप्त होती है" – इस वचन का क्या अर्थ है?)
उत्तरम्: अस्य वचनस्य अर्थः अस्ति यत् यः पुरुषः परिश्रमी भवति, सः एव जीवने धनं, सुखं, सफलतां च प्राप्नोति। (इस वचन का अर्थ है कि जो पुरुष परिश्रमी होता है, वही जीवन में धन, सुख और सफलता प्राप्त करता है।)
11. प्रश्न: रामप्रवेशरामः कस्य शिक्षणशैल्या आकृष्टः? (रामप्रवेश राम किसकी शिक्षण शैली से आकर्षित हुआ?)
उत्तरम्: रामप्रवेशरामः नवीनदृष्टिसम्पन्नस्य शिक्षकस्य शिक्षणशैल्या आकृष्टः। (रामप्रवेश राम नवीन विचारों वाले शिक्षक की शिक्षण शैली से आकर्षित हुआ।)
12. प्रश्न: शिक्षकस्य मार्गदर्शनं रामप्रवेशरामस्य जीवने किम् परिवर्तनम् आनयत्? (शिक्षक के मार्गदर्शन ने रामप्रवेश राम के जीवन में क्या परिवर्तन लाया?)
उत्तरम्: शिक्षकस्य मार्गदर्शनं रामप्रवेशरामस्य जीवने अध्ययनं प्रति रुचिं जागरयत्, येन सः सफलतायाः शिखरम् आरोहत्। (शिक्षक के मार्गदर्शन ने रामप्रवेश राम के जीवन में अध्ययन के प्रति रुचि जगाई, जिससे वह सफलता के शिखर पर चढ़ा।)
13. प्रश्न: केन्द्रीयलोकसेवापरीक्षायां सफलतां प्राप्य रामप्रवेशरामः किं कृतवान्? (केंद्रीय लोक सेवा परीक्षा में सफलता प्राप्त करके रामप्रवेश राम ने क्या किया?)
उत्तरम्: केन्द्रीयलोकसेवापरीक्षायां सफलतां प्राप्य रामप्रवेशरामः स्वग्रामस्य कुलस्य च नाम उज्ज्वलं कृतवान् तथा च प्रशासने महत्त्वपूर्णं योगदानं दत्तवान्। (केंद्रीय लोक सेवा परीक्षा में सफलता प्राप्त करके रामप्रवेश राम ने अपने गाँव और कुल का नाम रोशन किया तथा प्रशासन में महत्वपूर्ण योगदान दिया।)
14. प्रश्न: 'भीखनटोला' ग्रामः बिहारराज्यस्य कस्मिन् प्रान्ते स्थितः? (भीखनटोला गाँव बिहार राज्य के किस क्षेत्र में स्थित है?)
उत्तरम्: 'भीखनटोला' ग्रामः बिहारराज्यस्य दुर्गमप्राये प्रान्ते स्थितः। (भीखनटोला गाँव बिहार राज्य के दुर्गम क्षेत्र में स्थित है।)
15. प्रश्न: रामप्रवेशरामः प्राथमिकविद्यालये कथम् अपठत्? (रामप्रवेश राम ने प्राथमिक विद्यालय में कैसे पढ़ाई की?)
उत्तरम्: रामप्रवेशरामः प्राथमिकविद्यालये शिक्षकस्य अध्यापनेन स्वपरिश्रमेण च मनोयोगेन अपठत्। (रामप्रवेश राम ने प्राथमिक विद्यालय में शिक्षक के पढ़ाने से और अपने परिश्रम से मन लगाकर पढ़ाई की।)
16. प्रश्न: रामप्रवेशरामस्य पितरौ कीदृशौ आस्ताम्? (रामप्रवेश राम के माता-पिता कैसे थे?)
उत्तरम्: रामप्रवेशरामस्य पितरौ निर्धनौ अशिक्षितौ च आस्ताम्, परन्तु तौ पुत्रस्य अध्ययनं समर्थितवन्तौ। (रामप्रवेश राम के माता-पिता गरीब और अशिक्षित थे, परंतु उन्होंने पुत्र के अध्ययन का समर्थन किया।)
17. प्रश्न: महाविद्यालये रामप्रवेशरामस्य कीदृशः स्वभावः आसीत्? (महाविद्यालय में रामप्रवेश राम का कैसा स्वभाव था?)
उत्तरम्: महाविद्यालये रामप्रवेशरामस्य स्वभावः परिश्रमी, अध्ययनशीलः, गुरुभक्तः च आसीत्। (महाविद्यालय में रामप्रवेश राम का स्वभाव परिश्रमी, अध्ययनशील और गुरुभक्त था।)
18. प्रश्न: कर्मवीरः कः कथ्यते? (कर्मवीर किसे कहा जाता है?)
उत्तरम्: यः स्वकर्मणि निष्ठावान्, उत्साही, परिश्रमी च भूत्वा बाधाः अतिक्रम्य लक्ष्यं साधयति, सः कर्मवीरः कथ्यते। (जो अपने कर्म में निष्ठावान, उत्साही और परिश्रमी होकर बाधाओं को पार करके लक्ष्य को साधता है, वह कर्मवीर कहलाता है।)
19. प्रश्न: रामप्रवेशरामः नगरे कुत्र अधिकं समयं व्यतीतवान्? (रामप्रवेश राम ने नगर में कहाँ अधिक समय व्यतीत किया?)
उत्तरम्: रामप्रवेशरामः नगरे महाविद्यालस्य पुस्तकालये अधिकं समयं व्यतीतवान्। (रामप्रवेश राम ने नगर में महाविद्यालय के पुस्तकालय में अधिक समय व्यतीत किया।)
20. प्रश्न: अस्याः कथायाः मुख्यपात्रं कः अस्ति? (इस कहानी का मुख्य पात्र कौन है?)
उत्तरम्: अस्याः कथायाः मुख्यपात्रं रामप्रवेशरामः अस्ति। (इस कहानी का मुख्य पात्र रामप्रवेश राम है।)
मुख्य शिक्षा:
"उद्योगिनं पुरुषसिंहमुपैति लक्ष्मीः"
अर्थात्, परिश्रमी और सिंह के समान साहसी पुरुष को ही लक्ष्मी (सफलता, समृद्धि, और धन) प्राप्त होती है। यह कथा हमें सिखाती है कि कठिन परिश्रम, दृढ़ निश्चय और सकारात्मक सोच से जीवन की किसी भी बाधा को पार किया जा सकता है और सफलता प्राप्त की जा सकती है।